भूमिका
ऋतु का महत्व
ऋतु भारत की संस्कृति और जीवनशैली का अभिन्न अंग है। यहां छह मुख्य ऋतुओं के नाम होते हैं, इनमें से प्रत्येक का अपना विशेष महत्व होता है। इन ऋतुओं के दौरान मौसम और पर्यावरण पर बदलाव होते हैं और इसके अनुसार लोगों के जीवन में भी बदलाव होते हैं।
प्रकृति का खजाना
ऋतुओं में से प्रत्येक ऋतु अपनी नई खुशबू, नए फल, नए फूल और नए रंगों के साथ आती है। इन्हें नजरंदाज करना अपराध है। प्रकृति हमें हमेशा कुछ सीखाती है और इन ऋतुओं से हम खूब पढ़ते हैं।
छह मुख्य ऋतु के नाम हिंदी में विस्तार से
वसंत ऋतु
वसंत ऋतु को वेदों में “ऋतुराज” कहा जाता है। यह ऋतु फाल्गुन माह से शुरू होती है और चैत्र माह तक चलती है। इस ऋतु में फलों की खुशबू और नये फूलों के साथ सब कुछ नया होता है। यह ऋतु वनस्पति और जानवरों के लिए एक नया आरम्भ होता है और इससे जीवाश्म भी नये और ताजगी की खोज में जुट जाते हैं।
- इस ऋतु के दौरान तापमान में इजाफा होता है और हवा में शीतलता की खुशबू छाई रहती है।
- सूरज की किरणों के साथ प्रकृति को नयी ताजगी मिलती है।
- लोग इस ऋतु के दौरान होली और रंग-बिरंगे फूलों से अपने आपको सजाते हैं।
ग्रीष्म ऋतु
ग्रीष्म ऋतु मौसम की सबसे गर्म ऋतु होती है जो चैत्र माह से शुरू होती है और ज्येष्ठ माह तक चलती है। यह ऋतु उत्तर भारत में बहुत गर्म होती है। चलते समय यह ऋतु हमें तरह-तरह की बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार रखती है।
- इस ऋतु के दौरान हमें ठंडी हवाओं नहीं मिलती हैं जैसा कि गर्मी की वजह से होता है।
- यह ऋतु भूमि की ठंडी मिट्टी की तटस्थ सूरज के नजदीक से होती है।
- इस ऋतु के दौरान पानी की कमी हो जाती है।
वर्षा ऋतु
वर्षा-ऋतु भारत की सबसे प्रचलित ऋतु है और यह जुलाई से सितंबर तक चलती है। पूरी भारत में वर्षा-ऋतु के दौरान बेजोड़ बारिश होती है जो पूरी तरह से घरों, सड़कों और पेड़ों को नहा देती है। इस ऋतु में गुजरात और राजस्थान में लोकों ने पुष्कर मेला आयोजित किया जाता है।
- वर्षा-ऋतु समस्त प्रकृति को नई ताजगी और बाहरी सुंदरता देती है।
- इस ऋतु के दौरान लोग बैठ कर चाय या कॉफी पीते हैं और बारिश का लुत्फ उठाते हैं।
- इस ऋतु के दौरान कई लोगों के लिए तेज बारिश एक मनोरंजन के रूप में काम आते हैं।
शरद ऋतु
शरद ऋतु चैत्र माह से शुरू होती है और कार्तिक माह तक चलती है। यह रंग-बिरंगी झंडियों का समय होता है और इस ऋतु के दौरान हवाओं में ठंडक मिलती है।
- शरद-ऋतु के दौरान हमें सूर्य के अधिकतम ताप का अनुभव नहीं होता है।
- इस ऋतु के दौरान समस्त भारत में त्योहार का माहौल बनता है।
- इस ऋतु के दौरान फूलों की खुशबू से पूरा महौल भरा रहता है।
हेमंत ऋतु
हेमंत ऋतु को बहुत दूरस्थ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में नहीं महसूस किया जाता है, लेकिन पूरे भारत में इसे प्राथमिकता दी जाती है। यह ऱस्सी के समय से चैत्र माह तक चलती है। हेमंत ऋतु में समस्त प्रकृति चिर स्थायी हो जाती है।
- हेमंत ऋतु समस्त प्रकृति को बहुत खुशी देती है क्योंकि इसमें सबसे मेल जुली इलाके की डमरू की धुन अनुभव की जा सकती है।
- इस ऋतु के दौरान बहुत से सम्पदा दौरे होते हैं जैसे कि काश्मीर पर्वत राज्य में हिमालय के बीच दौड़ते हुए।
शिशिर ऋतु
शिशिर ऋतु को सितंबर से दिसंबर तक की गणना की जाती है। यही भारत में सबसे ठंडी ऋतु मानी जाती है। इस ऋतु में लोग फायरप्लेस के साथ समय बिताते हैं और शख़्सियतें खुश होती हैं।
- इस ऋतु के दौरान मौसम बहुत ठंडा होता है इसलिए सब कुछ संयोजन के बिना होने के खतरे से कम नहीं रहता।
- शिशिर-ऋतु के दौरान मौसम में समय-समय पर बदलाव होते हैं और धूल और कचरे की संख्या बढ़ती है।
सारांश
भारत एक विविधताओं से भरा देश है और इसका रंगों का खजाना भी अपूर्ण होता है। यह सामान्य है, जब हम ऐसे अवसरों पर ओर के लिए बिना सोचे समझे पारंपरिक तरीके में अपनी ज़िन्दगी बिताने की कोशिश करते हैं। पूर्व ने वैद्य के बिना अपना कर लिया और उन्होंने वैद्य का अपमान किया।
इसलिए हमें यह याद रखना चाहिए कि प्रकृति मुझे सुंदरता का एक नया पर्दा प्रदान करती है।