कपड़े के नाम हिंदी में

कपड़े के नाम हिंदी में

सभी हमारे देश में एक तरह से कपड़े की पहनाव या भोग की प्राथमिकता है। इसलिए, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम इन लोगों के लिए जानें कि हम अपने दिन-दिन के जीवन में कौन से नामों से उनके कपड़ों को जानते हैं।

लहरिया

लहरिया भारत में बहुत पॉपुलर है, खासकर होली जैसे समोयवेशी अवसरों के लिए। यह एक पाकिस्तानी नाम है और इसे लोग थपपटी नाम भी देते हैं। इसे छोटे, मध्यम और बड़े आकार में देखा जाता है और इसके अलावा इसमें भिन्न-भिन्न रंगों का उपयोग किया जाता है।

पट्टु

पट्टु हमेशा से ही भारत में बहुत लोकप्रिय रहा है। यह ऐसे कपड़ों के लिए इस्तेमाल होता है जो रंगीन और छोटे या मध्यम आकार के होते हैं। ये एक धागे से बने होते हैं और इनकी जगह अधिकतर समय सूती आदि कपड़ों लेकिन कुछ विशेष अवसरों में ही नहीं बल्कि दैनिक जीवन में भी इस्तेमाल किए जाते हैं।

शरारा

शरारा भी भारत में बहुत लोकप्रिय है। इसे मुख्य तौर पर मस्ती के मौकों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसे व्यक्ति या कोई समूह द्वारा पहना जाता है। यह एक लहंगा के जैसा दिखता हैं लेकिन इसके अलावा पांचों कुर्तों या तो शरारा के साथ उपयोग किए जाते हैं या इनमें से कुछ उथाये जाते हैं और शरारा के साथ मिलाये जाते हैं।

घाघरा

घाघरा दक्षिण एशिया में बहुत लोकप्रिय है। यह एक झामकदार लहंगा होता है जिसे मुख्य तौर पर भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्रों में ही पहना जाता है। इसे भारतीय दुल्हन के लिए एक आदर्श चुनौती माना जाता है। इसका अटकल कम से कम बाँहें या जैसा कि हम कहते हैं लींग करने वाली जाड़ी होती हैं।

नेहरु जैकेट

नेहरु जैकेट एक भारतीय पहनाव का चिह्न होता है। यह जैकेट विविध समारोहों पर पहने जाने वाले पुरुषों का पहनाव होता है। यह जैकेट उत्तर प्रदेश के भारतीय स्वतंत्रता सेनानी पंडित जवाहरलाल नेहरु द्वारा विकसित की गई थी।

धोती

धोती साथ ही भारत में बहुत लोकप्रिय है। इसे पुरुष लोग धैर्य पूर्वक पहनते हैं जिसे अधिकतर समय अपने कमर या बैटिंग संघ के तहत पहना जाता है। इसके अलावा यह महिलाएं भी पहनती हैं लेकिन उनके विभिन्न विधाएं होती हैं।

लुंगी

लुंगी भी एक भूटानी और भारतीय पहनाव है। इसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बंगाल, दक्षिण भारत, दिल्ली के पुरुष लोग पहनते हैं। यह एक धागे से बना होता है और पुरुषों की चमकदार पहनाव होती है।

साड़ी

भारत की नारी सदियों से साड़ी का पहनाव करती आई है। साड़ी एक रहस्यमई न्यूनतम कपड़ा होता है जो एक आभूषण जैसा जान पड़ता है। यह शादी या कोई ऐसा अवसर होता हैं जिसमें महिलाएं अपनी शान पर दिखाना चाहती हैं।

आचक्का

आचक्का भारत पाकिस्तान और बंग्लादेश में ख़ास तौर पर पुरुष लोगों द्वारा पहना जाता है। यह एक ऑल मानसून पहनाव होता है जो पुरुषों की लम्बी कमर तक पहुंचता है। इसे पुरुष लोग रात के समय भी पहनते हैं और यह भी बताया जाता है कि इसमें पहनने से आध्यात्मिक दृष्टिकोण से अलग-अलग तरह का लाभ मिलता हैं।

सलवार कमीज

सलवार कमीज भी बहुत पॉपुलर है भारत और पाकिस्तान में। इसे आधिकारिक रूप से भारतीय उपमहाद्वीप का पुरुषों द्वारा पहनाव माना जाता है। इसे आमतौर पर जोड़ीदार पांचों कुर्तों और फिटेड सलवार के साथ पहना जाता है।

तुले शॉल

तुले शॉल बहुत लोकप्रिय है भारत में और मुख्य रूप से राजस्थान की महिलाओं द्वारा पहना जाता है। इसे बुनाई की गई ढाल तक भी पहना जा सकता है जो व्यक्ति को गर्म ठंडक से बचाने में मदद करता है।

खद्दरि

खद्दरि एक अफगानिस्तानी सिलाई का तरीका होता है जो बैठक पर पहना जाने वाला कपड़े से बना बगल-बगला होता है। इसे एक बलूच वृत्त होता है जो पुरुष लोगों द्वारा बागी या पैंट के नीचे पहना जाता है।

फूलबारी

फूलबारी मुख्य रूप से पाकिस्तान और भारत के उत्तरी क्षेत्रों में पहना जाता हैं। यह एक झामकदार कपड़ा होता है जो महिलाओं द्वारा उनके पारंपरिक समारोहों पर पहना जाता है। इसी तरह से, पुरुष भी जोड़ीदार जैकेट के साथ इसे पहनते हैं।

फराश

फराश नॉट जैसा कि हम सोच सकते हैं भारत और पाकिस्तान की पहनाव के लिए एक आम कपड़ा होता है। इसे आमतौर पर फर्श के लिए प्रयोग किया जाता है लेकिन लोग इसे अपने साथ यात्रा पर भी ले जाते हैं।

  • उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय हैं लहरिया
  • गुजराती में सलवार कमीज एक पुरुष और वहीन पहनाव होता है।
  • काष्मीरी कपड़ों में शामिल होता हैं जबड़ा और पहरदार

यह अब साबित होता है कि हमारे देश में रूढ़िवादी मानसिकता नहीं है। हमारे कपड़े विविधता और युवा पीढ़ी की श्रृंखला की जरूरत दर्शाते हैं ^_^

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