कनेर का फूल और पौधा : जानिए इसके बारे में सबकुछ
कनेर का पौधा हमारे देश में बहुत ही अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह एक बहुत ही सुंदर और उपयोगी पौधा होता है जो आपके घर की सुन्दरता को बढ़ाता है। यह पौधा मुख्य रूप से रंग-बिरंगे फूलों के लिए जाना जाता है।
कनेर का वैज्ञानिक नाम क्या होता है?
कनेर का वैज्ञानिक नाम Plumeria rubra होता है। यह पौधा एक छोटा सा पेड़ होता है जो आमतौर पर 5 से 9 मीटर तक की ऊँचाई तक पहुँच सकता है। कनेर पौधा ज्यादातर भूमि पर नहीं बल्कि टंग पहाड़ों पर पाया जाता है।
कनेर पौधे के फायदे क्या होते हैं?
- कनेर पौधे के फूलों से अर्क बनाया जाता है जो खून की समस्याओं में मददगार होता है।
- कनेर के पत्तों से अर्क बनाकर घाव को भरने में भी मदद मिलती है।
- कनेर पौधे की जड़ से निकलने वाले अर्क का उपयोग विविध त्वचा परेशानियों, जैसे कि एक्जिमा, के इलाज में भी किया जाता है।
- इसके अलावा कनेर पौधे के तने-बाल कुछ व्याधियों के इलाज में भी उपयोगी सिद्ध होते हैं।
कनेर का फूल कैसे देखता है?
कनेर के फूल बहुत ही सुंदर होते हैं और ये देखने में बहुत ही खूबसूरत लगते हैं। इनके फूल दो तरह के होते हैं, एक तो एक से अधिक रंगों वाले फूल होते हैं और दूसरे और अधिकतर लाल या गुलाबी होते हैं।
लगभग सभी कनेर के फूल कितने रंगों में पाए जाते हैं?
कनेर के फूल एक से अधिक 10 से 25 रंगों में पाए जाते हैं। हालांकि सबसे ज्यादा पाये जाने वाले रंग सफ़ेद, पीला, लाल, जैतूनी और गुलाबी होते हैं।
कनेर के फूल में किस तरह की खुशबु होती है?
कनेर के फूलों की खुशबु बहुत ही सुंदर होती है जो एक खास महक फैलाती है। इसका अस्थाई रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है जो सुगंध के लिए प्रचलित होता है।
कनेर के पौधे को कैसे लगाएं?
कनेर के पौधे को लगाना बहुत ही आसान होता है। इस पौधे को मंदी वाली जगहों पर भी आसानी से लगाया जा सकता है। इस पौधे को कम से कम ढाई फीट की दूरी पर और इसके बगीचे में हल्की धूप में लगाया जाना चाहिए। इस पौधे का मुख्य ध्यान रखते हुए इसको मध्यम गोद में पानी दिया जाना चाहिए।
कनेर के पौधे को कैसे देखभाल करें?
- कनेर पौधों को अच्छी तरह से पानी देना आवश्यक होता है। इस पौधे की मिट्टी को हमेशा फिट व नम रखना चाहिए।
- इस पौधे को पौधों के पेड़ों से दूर रखा जाना चाहिए।
- इस पौधे को शक्तिशाली पर्यावरण में रखना चाहिए जो उसमे अच्छा रेखा होता है।
- इस पौधे को मध्यम तापमान पसंद होता है, इसलिए सबसे बेहतर होता है इस पौधे को गर्मियों में छाया में रखा जाए।
कनेर का उपयोग कहाँ होता है?
- कनेर के फूलों से अर्क बनाया जाता है जो खून की समस्याओं में मददगार होता है।
- कनेर के पत्तों से अर्क बनाकर घाव को भरने में भी मदद मिलती है।
- इसके अलावा कनेर पौधे के तने-बाल कुछ व्याधियों के इलाज में भी उपयोगी सिद्ध होते हैं।
- कनेर के फूलों का इस्तेमाल बहुत ही उपयुक्त होता है विविध उपयोगों के लिए जैसे कि मेक-अप, साबुन बनाने में, मोगरा घी और शाम्पू में भी उपयोग किया जाता है।
कनेर के पौधे की कुछ और जानकारी
- भारत में ये पौधे लगभग हर जगह पाए जाते हैं। यह हर तरह के मिट्टी में आसानी से लगाया जा सकता है।
- ये पौधे अपनी महकदार खुशबु के लिए भी जाने जाते हैं।
- कनेर के फूल से बनी मालाएं, फूलों और पत्तियों से बनी अलग-अलग चीजें आस्थाई रूप से इस्तेमाल की जा सकती हैं।
उपरोक्त भावनाओं को मध्य रखते हुए, हमने आपको कनेर के फूल और पौधे के बारे में जानकारी दी है। यदि आपने अभी तक इस पौधे को अपने घर में नहीं रखा है, तो यह समय है कि आप इसे अपनी बाग़बानी में शामिल करें और इससे जुड़े फायदों को हासिल करें।