लिली फूल – एक अति सुंदर फूल
लिली फूल, जो एक अन्य नाम है, कुसुम फूल (Lilium) है। यह एक सुंदर फूल है जो कैसे भी देखा जाए, एक भव्य महसूस कराता है। भारत में लिली सबसे अधिक बारिश और ठंड से प्रभावित होती हैं इसलिए यह कुछ खास थंबनें जैसे कि कल्याण, रामायण, महाभारत और भगवद गीता में महत्वपूर्ण फूल माना जाता है।
लिली फूल का विवरण
लिली फूल के पत्ते लम्बी होती हैं, हल्की सफेद रंग की होती हैं और तीखी होती हैं। फूल बड़े होते हैं और यहां तक कि इनकी ऊंचाई भी 6 फीट तक हो सकती है। लिली के फूल लंबे नाभि में होते हैं और इनका कणवंश भी बड़ा होता है। लिली के रंग समृद्ध होते हैं। इनमें पीले, लाल, पंखुड़ियों के बीच लाल, सफेद और गुलाबी की विभिन्न छोटी-बड़ी शाखाएँ होती हैं।
लिली फूल का इतिहास
लिली का वैज्ञानिक नाम, Lilium, यूरोप में कई अन्य फूलों के साथ सामान्य है। लिली फूल का प्रथम उल्लेख ईसा पूर्व 1580 ई. में दक्षिण चीन से मिलता है। लिली की खेती शायद उत्तरी भारतीय पहाड़ियों में 15वीं शताब्दी के दौरान शुरू हुई थी। इस फूल की सबसे पहली वैज्ञानिक रूप से विवरणित में सिर्फ छह प्रजातियां ही थीं, लेकिन अभी वैज्ञानिक अध्ययन के दौरान लगभग 110 प्रजातियां मिल रही हैं।
लिली फूल के विभिन्न प्रकार
- बच्चा लिली – यह फूल छोटा होता है और अपनी कम ऊंचाई के कारण “बच्चा लिली” कहलाता है।
- अंडा लिली – इसे केपलेस लिली भी कहा जाता है। इसके फूलों का आकार अंडा जैसा होता है।
- कॉलुम्बिन लिली – इसका फूल कुदरती अंदाज में दिखता है, जो इसे प्रसिद्ध और भव्य फूल बनाता है।
- मूली लिली – इसकी छोटी-छोटी शाखाएँ पत्ती की तरह दिखती हैं। इसका भी फूल 6 फीट तक का होता है।
- टाइगर लिली – ये लिली फूल के बाजार में काफी प्रचलित हैं। इनका वर्णन उनके नाम से ही होता है।
लिली फूल के फायदे
लिली फूल ठंड से प्रभावित होती है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरह के लाभ प्रदान करती हैं। लिली मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें खूबसूरत एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो शरीर के कई प्रकार के रोगों से लड़ने में मदद करते हैं। यह फूल टॉनिक की तरह काम करता है, इसलिए शरीर को ताकत भी देता है। इसके अलावा, इसमें अनेक प्रकार के विटामिन, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नेशियम, सोडियम, यूरिया, रसायन आदि होते हैं।
लिली फूल के नुकसान
अधिक मात्रा में लिली का सेवन करने से कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। इनमें से कुछ जैसे कि उल्टी या घुमाव, त्वचा पर सुन जाना या खुजली, ठंड लगना, अघोर अच्छलता या एलर्जी, माथा दर्द के रूप में उठना शामिल है।
लिली फूल का उपयोग
- उपहार के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
- लिली फूलों को फूल समारोहों में प्रदर्शित किया जाता है।
- सौंदर्य उत्पादों को बनाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
- लिलीज़ को तंबाकू में मिलाने के लिए भी उपयोग किया जाता है।
- आयुर्वेद में इसका उपयोग कर टॉनिक बनाया जाता है।
- लिली फूलों से तितलियों को आकर्षित किया जा सकता है।
- इसका उपयोग धार्मिक उन्नति के कार्यों जैसे पूजा, कथाओं और कार्यक्रमों में भी किया जाता है।
समाप्ति
लिली फूल दुनिया भर में खूब पसंद किए जाते हैं। इनके सबसे महत्वपूर्ण फायदों में से एक यह है कि वे बारिश और ठंड से प्रभावित होने के बाद भी अधिकतर फूलों से अधिक आकर्षक होते हैं। लिली फूल की बहुत सी प्रजातियाँ होती हैं, जो रंग-बिरंगे होते हुए बहुमुखी सुंदरता देते हैं। इससे आपको इस फूल के बारे में कुछ रोचक तथ्यों का पता चला होगा।