जूता का इतिहास
जूता हमारी आवश्यकताओं में से एक है। जूता हमें पैरों की सुरक्षा और सुविधा प्रदान करता है। जूता का इतिहास बहुत पुराना है। लेकिन सवाल ये है कि जूता का आविष्कार किसने किया था?
जूता के प्राचीनतम आविष्कार
जूता के प्राचीनतम आविष्कार के बारे में हम जानते हैं कि इंसान ने अपने पैरों को सुरक्षा और सुविधा देने के लिए प्राचीन काल से ही जूते पहने हुए हैं। इतिहास बताता है कि महेन्द्रजदग्गा नाम के शहर से 5000 वर्ष पूर्व बाल्टिक क्षेत्र में जूते बने थे। ये जूते अर्धचन्द्राकार आकार के होते थे और मुख्य रूप से चमड़े या प्राकृतिक रेशम के से बनते थे।
जूते का उद्भव
शायद ये आपके लिए रोचक जानकारी होगी कि जूतों का निर्माण इंसान के सभी देशों में हुआ है।
- अब तक के अध्ययन ने दर्शाया है कि वर्तमान में उपलब्ध सबसे पुरानी एवं विस्तृतस्त प्राचीन जूते मिस्र, इराक, लेबनों, सीरिया और इरान में मिले हैं।
- ईसा पूर्व 7000 से 8000 साल पहले के मिलान से मिलते हुए 5 हज़ार साल पहले देश में पहली बार जूता पहनने की संभावना है तथा उनके जूते झुर्रियों से बुने थे।
- चीनी लोगों के इतिहास में भी जूतों किसी भी महत्वपूर्ण किस्म की बात नहीं हुई। वे ख़ास रूप से तकनीक के महानतम विकास के रूप में उन दिनों से जाने जाते हैं।
- जबकि यूरोपीय देशों में पहली बार जूते का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ और फ्रांस के मेलुन नामक नगर से यूरोप में जूतों का निर्माण शुरू हुआ।
जूता बनाने की तकनीक
जूते बनाने की तकनीक बदलती जा रही है। आजकल प्राथमिक रूप से औद्योगिक तकनीक आधुनिक जूते निर्माण करने का काम करती है। जूतों के लिए अंतिम सामग्री आमतौर पर चमड़ा, तेल, गोलाकार पुल या सॉफ़्टवेयर होता है।
- जूतों के निर्माण में सबसे पहला कदम नाप और रंग होता है।
- इसके बाद शोध स्थान को बनाने के लिए एक गोल्ड के आधार पर चमड़ा अलग किया जाता है।
- अब चमड़े को सतह पर रखा जाता है और एक नक्शा इस पर बनाया जाता है जो जूतों की कल्पना का समर्थन करता है।
- आगे काम शृंखला शोध स्थान के उपर आकर शुरू हुआ जहां चमड़े को जूतों का आकार देने के लिए प्रतिरोध चलाया जाता है।
- अंत में, जूतों के हिस्सों को मिलाने के लिए पूरी तकनीक का उपयोग होता है और सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक हिस्सा सही स्थान पर है।
जूता का आविष्कार
जूता का आविष्कार किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं किया गया था। इतिहासकारों के मुताबिक, इसके लिए अनेक कारण हैं। मुख्यतः ये कारण हैं:
- प्राचीन काल में जूते बदलाव के आधार पर शटर, सैंडल आदि में उत्पादित होते थे।
- कई महत्वपूर्ण आविष्कारों की तरह, जूतों का आविष्कार भी समय के साथ हुआ है और अनेक व्यक्तियों ने इसमें अपना योगदान दिया है।
- सभी जूते निर्माता धन्य होंगे, जो जनरल आर्थर वेल्स बाटलर के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने कई जूतों को बनाया था और 1852 में अंग्रेजी प्रसूति के चमड़े के जूते का आविष्कार किया था।
संक्षिप्त में
आज हम जानते हैं कि जूते इतिहास में बहुत उन्नति हुई है और यह हमारी ज़िन्दगी का अलग हिस्सा बन गया है। अंत में, यह स्पष्ट किया जा सकता है कि जूतों का आविष्कार एक ही व्यक्ति द्वारा नहीं किया गया था। आज हमारे पास उन लाखों लोगों के काम का परिणाम है जो हमें आज जूते का आनंद लेने के लिए उपलब्ध हैं।