5 अंगुलियों के नाम हिंदी में (विस्तार से)
मनुष्य का दिलचस्प हिस्सा है उनकी हाथों की पंगुलियां। हमारे हाथों में पंगुलियों की कमी होती तो हम अपनी वस्तुओं को नहीं पकड़ पाते। हमें ये पता होना चाहिए कि अंगुलियों के नाम क्या होते हैं जिससे हम जान सकते हैं कि 5 अंगुलियों के नाम क्या हैं हिंदी में।
1. अंगूठा
सबसे पहली अंगुली हमारा अंगूठा होता है। इसे हम अपने हाथों की आज़ादी बताने के लिए भी प्रयोग करते हैं। अंगूठा हमारी दोस्त होती है क्योंकि इसके प्रयोग से हम कुछ वास्तुओं को अपने हाथों से थमा सकते हैं।
समस्याएं जो अंगूठों में होती हैं –
- अंगूठे की अंगूठी
- अंगूठे के खिसकने की समस्या
- अंगूठे की पट्टी की समस्या
2. इंडेक्स फिंगर
दूसरी सबसे बड़ी अंगुली हमारा इंडेक्स फिंगर होता है। इसे हम लेकर आपको दिखा सकते हैं कि कहीं वाकई वास्तव में क्या हो रहा हो रहा है। इसलिए यह अंगुली हम अपने प्रयोग में बहुत बार लेकर चलते हैं।
समस्याएं जो इंडेक्स फिंगर में होती हैं –
- इंडेक्स फिंगर के जोड़ों में दर्द होता है
- इंडेक्स फिंगर के नीचे में सफेद दाग होते हैं
3. मध्यम अंगुली
यह एक बेहद महत्वपूर्ण अंगुली है क्योंकि यह हमें आरामदायक प्रयोग के लिए सबसे अच्छी अंगुली होती है। इसे हम अपनी वास्तुओं को तलवार को मारने जैसी प्रयोगों में भी इस्तेमाल करते हैं।
समस्याएं जो मध्यम अंगुली में होती हैं –
- मध्यम अंगुली में दर्द होता है
- मध्यम अंगुली बिना किसी जोड़ के टूट जाती है
- मध्यम अंगुली में एक या एक से अधिक सफेद दाग होते हैं
4. अनामिका अंगुली
यह सबसे छोटी अंगुली होती है लेकिन फिर भी इसका महत्व उसकी खूबसूरती में होता है। इसे हमें दो बहुत अच्छे प्रयोगों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं – किसी चीज को वाख का पता लगाने और अपने पास कोई खुशी या आश्चर्य के भावों को दिखाने के लिए।
समस्याएं जो अनामिका अंगुली में होती हैं –
- अनामिका अंगुली में एक या एक से अधिक सफेद दाग होते हैं
- अनामिका अंगुली या उसके जोड़ों में दर्द होता है
5. कनिष्ठिका अंगुली
यह अंगुली हमारी सबसे मुख्य अंगुली होती है। इसका उपयोग मुख्यतः त्याग करने या सबको थैंक यू कहने के लिए किया जाता है।
समस्याएं जो कनिष्ठिका अंगुली में होती हैं –
- कनिष्ठिका अंगुली में एक या एक से अधिक सफेद दाग होते हैं
- कनिष्ठिका अंगुली में दर्द होता है
इन 5 अंगुलियों के नाम हिंदी में इनके महत्वपूर्ण प्रयोगों के साथ यहां दिया अवश्य होना चाहिए। हमेशा याद रखें कि हमारी अंगुलियों की देखभाल अपने शरीर की देखभाल से बहुत ज़्यादा महत्वपूर्ण होती है।